– 500 से अधिक श्रमिकों को बंधक बनाकर की गई मारपीट, पुलिस कार्रवाई में जुटी
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। किर्गिस्तान में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 500 से अधिक श्रमिकों से जालसाजों ने 4.62 करोड़ रुपये ठग लिए। पीड़ितों को बंधक बनाकर उनके साथ मारपीट की गई। पुलिस ने मामले में मेसर्स इंडो किर्गिज ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के तीन अधिकारियों निदेशक साहिल नरवाल, वित्त प्रबंधक अतुल माथुर और मानव संसाधन प्रबंधक कमल कुमार को गिरफ्तार किया है। सिंडिकेट से जुड़े अन्य आरोपियों का पता लगाने के लिए पुलिस पूछताछ करने में जुटी है।
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम ने बताया, मेसर्स सीबेयर ह्यूमन रिसोर्सेज कंसल्टेंसी के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार वर्मा ने शिकायत दी थी कि मेसर्स इंडो किर्गिज ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड ने श्रमिकों से 4.62 करोड़ की धोखाधड़ी की है। कंपनी के निदेशक महावीर सिंह ने 2023 के मध्य में उनसे संपर्क किया। उन्होंने किर्गिस्तान में एक प्रमुख श्रम अनुबंध हासिल किया है, विश्वास जीतने के लिए वर्मा को किर्गिस्तान ले जाया गया।
आरोपियों पर भरोसा करते हुए पंकज कुमार वर्मा ने लगभग 500 श्रमिकों के लिए वीजा और कार्य अनुबंध की सुविधा के लिए 4.62 करोड़ से अधिक हस्तांतरित किए। उन्हें प्रत्येक को 60,000 का मासिक वेतन और एक साल के अनुबंध का आश्वासन दिया। वीजा 463 का बना, मगर 346 श्रमिकों को ही काम पर रखा गया। आरोप है कि इनमें से कई को जबरन इस्तीफ़ा देने, वेतन न देने और शारीरिक रूप से डराने-धमकाने जैसी शोषणकारी परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि शिकायकर्ता वर्मा की सहायता से 300 से अधिक श्रमिक भारत लौट आए। लेकिन आरोपियों ने राशि वापस करने से इन्कार कर दिया। इंस्पेक्टर राम प्रताप की पुलिस टीम ने जांच शुरू की। पुलिस टीम ने कंपनी के मंगोलपुरी कार्यालय पर छापा मारकर आरोपियों को दबोच लिया।